गाजीपुर. काला धन को खपाने के लिए जनधन खातों का इस्तेमाल करने वालों पर केन्द्र सरकार ने पहले ही अपने कड़े रुख से सभी को अवगत करा चुकी है. केंद्र सरकार ने साफ कह दिया था कि किसी भी जनधन खातों में गलत तरीके से कितनी भी रकम डाली गई तो उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए केंद्र सरकार ने जन धन खाता रखने वालों को आगाह भी किया गया था.
आयकर विभाग (IT) ने इसकी शुरूआत भी कर दी है. IT की टीम ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में चाय बेचने वाले के जनधन अकाउंट होल्डर अजय गुप्ता के अकाउंट 27 लाख रुपए जमा होने पर छापा मारा है. IT अधिकारियों ने बैंक और अजय गुप्ता से घंटों पूछचाछ की. अजय गुप्ता गाजीपुर के सदर कोतवाली अन्तर्गत गोसाईंपुरा मुहल्ला निवासी हैं. उनकी छोटी सी चाय की दुकान है. नोटबंदी के बाद 12 नवंबर को उनके खाते में 27 लाख रुपए की रकम जमा की गई.
अजय गुप्ता ने यह रकम रौजा स्थित यूनियन बैंक की शाखा में जमा कराई गई, यहां उनका जनधन खाता है. केंद्र सरकार की ओर से जनधन अकाउंट में काला धन न जमा करने के लिए आगाह करने के बाद ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के आदेश के बाद IT विभाग जनधन अकाउंट की जांच में जुट गया है.
नोटबंदी के बाद आम आदमी नोटों की किल्लत से जूझ रहा है वहीं बेंगलुरू में इनकम टैक्स (IT) के छापे में दो इंजीनियर के घर छापे में करीब चार करोड़ सत्तर लाख रुपए की नई करेंसी के नोट बरामद हुए हैं. बेंगलुरू के अलावा IT विभाग ने कर्नाटक और गोवा में सरकारी इंजीनियर और दो ठेकेदारों के घरों पर छापे मारे हैं. इस सर्च ऑपरेशन में अब तक छह करोड़ से ज्यादा रकम बरामद हुई है. इन लोगों के पास करीब छह करोड़ रूपए में चार करोड़ सत्तर लाख की तो नई करेंसी ही थी.
तमिलनाडु पुलिस ने बीजेपी के यूथ विंग के नेता जेवीआर अरुण को गिरफ्तार किया है. उनके पास 20.55 लाख रुपये के बंडल बरामद हुए थे, जिनका वे स्रोत नहीं बता पाए. बता दें कि जेवीआर अरुण ने पीएम नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का जमकर समर्थन किया था. उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था कि वह देश के विकास के लिए लाइन में लगने को तैयार हैं. 36 साल के अरुण सलेम के रहने वाले हैं.