कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का विरोध कर रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता के दनकुनी और पलसित के दो टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती पर नाराजगी जताई है. ममता ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार को बिना किसी पूर्व सूचना के इस तरह सेना को तैनात किया जाना एक गंभीर मुद्दा है. राज्य में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए हैं.
ममता ने धमकी दी कि जब तक सेना को टोल प्लाजा से नहीं हटाया जाता, वो सचिवालय में ही डेरा जमाए रहेंगी. उन्होंने कहा कि जब देश में इमरजेंसी लगाई जाती है तो केंद्र सरकार सभी राज्यों की कानून-व्यवस्था को अपने ही हाथों में ले लेता है और राष्ट्रपति इमरजेंसी की घोषणा करते हैं. लेकिन ऐसा अभी तक कुछ नहीं हुआ है. केंद्र सरकार ने सेना को तैनात करने से पहले राज्य को अपने विश्वास में नहीं लिया है.
दूसरी तरफ सेना ने ममता बनर्जी के आरोपों को खारिज कर दिया. सेना ने कहा कि ये साल में दो बार अभ्यास के लिए करते हैं, इसमें हम चेक करते हैं कि टोल प्लाजा पर कितनी गाड़ियां जाती हैं, उनका वजन क्या रहता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. साथ ही ममता बनर्जी की तरफ से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद राज्य सचिवालय नबन्ना के पास स्थित टोल प्लाजा से सैन्य कर्मियों को देर रात हटा लिया गया है.
ईस्टर्न कमांड ने ट्वीट करते हुए कहा कि ये अभ्यास पश्चिम बंगाल पुलिस की जानकारी में है और ये अभ्यास पुलिस के तालमेल के साथ चल रहा है. वहीं पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया है. पुलिस ने कहा कि राज्य सरकार की अनुमति लिए बगैर राज्य के ज्यादातर इलाकों में इस तरह सेना तैनात कर दी गई है.