कानपुर: कई दिनों से पुखरायां रेल हादसे की चल रही सीआरएस जांच में ट्रैक फ्रैक्चर के कारण दुर्घटना होने के संकेत मिले हैं. जांच टीम के सूत्रों का कहना है कि ट्रैक फ्रैक्चर ही घटना की असली वजह थी.
गुरुवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु के निर्देश पर रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) पीके आचार्या दोबारा जांच करने पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंच करउन्होंने अधकारियों से पूछा कि कितनी बोगिया क्षतिग्रस्त हुई थी और उनकी क्या स्थिति थी.
जांच के बाद उन्होंने 23 रेल कर्मचारियों से सवाल जवाब किए. सवालों के सही जवाब ने मिलने पर उन्होंने कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई.
इस रिपोर्ट के अनुसार पूरी जांच में ट्रैक फ्रैक्चर की बात सामने आई है. इस रिपोर्ट को जल्द ही सीआरएस रेल मंत्रालय को सौप देंगे. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घटना वाले दिन ऐलान किया था कि वह इस कांड की रिपोर्ट को सदन में रखेंगे. आपको बता दें कि इस घटना में सीनियर डीएमई, सीनियर डीईएन लाइन के अलावा तीन सुपरवाइजर सस्पेंड हुए थे.
अब तक 90 लाख रुपए का भुगतान
पुखरायां रेल हादसे में अब रेलवे ने अनुकंपा राशि के रूप में 90 लाख रुपए का भुगतान किया है. इस घटना में अब तक 150 मौतें हुई हैं. जबकि 57 गंभीर रूप से तो 123 साधारण घायल हुए थे. इसमें कई मरीज इलाज करा घरों को जा चुके हैं. अनुकंपा राशि के रूप में रेलवे ने गंभीर रूप से घायलों और मौत के मामलों में 50-50 हजार रुपए तो साधारण घायल वालों को 25-25 हजार रुपए का भुगतान किया है. 150 मौतों में अब तक 5 की पहचान नहीं हो पाई है. इस कारण उनके परिजनों को अनुकंपा राशि का भुगतान नहीं हुआ है.