शनिवार को एक बार फिर दो ईसाई धार्मिक स्थलों पर हमले का मामला सामने आया है. पहले नवी मुंबई के पलवेल इलाके में चर्च पर पत्थर फेंकने का मामला सामने आया है. यहां मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने चर्च पर पत्थर फेंके. पत्थर फेंकने वालों ने मास्क पहना हुआ था.
मुंबई. शनिवार को एक बार फिर दो ईसाई धार्मिक स्थलों पर हमले का मामला सामने आया है. पहले नवी मुंबई के पलवेल इलाके में चर्च पर पत्थर फेंकने का मामला सामने आया है. यहां मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने चर्च पर पत्थर फेंके. पत्थर फेंकने वालों ने मास्क पहना हुआ था.
पुलिस ने अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज किया है. पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात डेढ़ बजे मोटरसाइकिल पर सवार लोगों ने इलाके में एक पुल के पास स्थित सैंट जॉर्ज कैथलिक चर्च पर पत्थर फेंके. घटना में सेंट जार्ज की प्रतिमा के बाहर लगे सीसे क्षतिग्रस्त हो गए. मोटर साइकिल चला रहा व्यक्ति और पीछे बैठे दो लोगों के चेहरे ढके थे.
ये पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है. पुलिस फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है. गिरजाघर का निर्माण 2007 में हुआ था, जिसमें 800 से अधिक लोग प्रार्थना कर सकते हैं. इस बीच इलाके में और उसके इर्दगिर्द सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. वहीं जबलपुर में चर्च परिसर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है. यहां शुक्रवार देर रात हमला किया गया. इस कार्यक्रम में 200 आदिवासी मौजूद थे. तथाकथित हिंदू संगठनों का आरोप है कि इन आदिवासियों को धर्म परिवर्तन के लिए लाया गया था. इस मामले में शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई है.
ईसाइयों ने कहा है कि अगर पुलिस कार्रवाई नहीं हुई तो सोमवार को जबलपुर में सभी मिशनरी स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए जाएंगे. वहीं उनका ये भी कहना है कि धर्मांतरण के लिए लाए जाने के आरोप बिल्कुल बेबुनियाद हैं.