नई दिल्ली. नोटबंदी से आम लोगों को होने वाली परेशानियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कई विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष ने आज इस मुद्दे पर जन आक्रोश दिवस मनाने के अलावा भारत बंद का भी आवहान किया. विपक्षी पार्टियों के इस विरोध प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस, जदयू, सपा और बसपा का कोई सांसद नहीं दिखाई दिया.
विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस उपाध्यक्ष के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरप्पा मोइली के अलावा राजद के जयप्रकाश नारायण यादव, राकांपा की सुप्रिया सुले, द्रमुक की कनिमोई, माकपा के माहम्मद सलीम आदि नेता शामिल हुए. इन नेताओं ने नारेबाजी कर भाजपा नेताओं का विरोध किया। इस मामले में कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने मीडिया से कहा कि 20 दिन बीतने के बाद भी जनता को सुविधा नहीं हुई है.
विपक्षी सदस्य इस मुद्दे पर नारेबाजी कर रहे थे और उन्होंने नोटबंदी के कारण लोगों को पेश आ रहीं परेशानियों को दूर करने के लिए कदम उठाने की सरकार से मांग की. कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम को फर्जी लड़ाई बताया और कहा कि यह कालाधन के खिलाफ असली लड़ाई नहीं है.