बिहार. नोटबंदी के नोटों को जलाये जाने और नदियों में बहाये जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं लेकिन अब एक बेहद ही अजीब मामला सामने आया है जिसमें एक मिस्त्री को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है.
यह मामला बिहार के बेगूसराय के बरौनी थाना क्षेत्र के निंगा का है. जहां 350 रूपये की दिहाड़ी कमाने वाले सुधीर साह को 3.5 अरब रुपए के ट्रांजेक्शन का नोटिस आयकर विभाग ने भेजा है. 28 सितम्बर को असिस्टेन्ट कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स सर्किल-2 ओ पी झा ने आयकर विभाग एक्ट 1961 सेक्शन 147/48 के तहत यह नोटिस भेजा था.
आयकर विभाग का कहना है कि साल 2014-15 में सुधीर साह के खाते से 3 अरब 33 करोड़ दो लाख चौदह हजार 323 रुपये का लेन-देन हुआ है लेकिन सुधीर के पेशे और आयकर विभाग की पड़ताल के बाद यह मामला उलझ गया है. दरअसल पड़ताल में निकल कर सामने आया है कि सुधीर को गुजरात के जामनगर के एक व्यक्ति ने नौकरी की ऐवज में पैन कार्ड बनवाने को कहा था.
सुधीर ने बताया कि पैन कार्ड का आवेदन भी नौकरी का वादा करने वाले व्यक्ति ने किया था. इसके बाद सुधीर को ना ही नौकरी मिली और ना ही पैन कार्ड. सुधीर का बरौनी थाना क्षेत्र स्थित हरपुर के इलाहाबाद बैंक में एकमात्र जनधन योजना अकॉउंट है.
ऐसे में अब असिस्टेन्ट कमिश्नर ओ पी झा का कहना है कि ‘यह मामला पैन कार्ड के गलत इस्तेमाल का लगता है या फिर ऐसा भी हो सकता है कि सुधीर साह का फर्जी अकॉउंट खोलने और जाली हस्ताक्षर करवाकर पैसे निकलवाने में खुद बैंक भी शामिल हो. इस मामले में फिलहाल पड़ताल जारी है.
बता दें कि कल मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काला धन रखने वालों से गरीबों के अकॉउंट से छेड़छाड़ ना करने की बात कही थी.