नई दिल्ली: 28 नवंबर को नोटबंदी के कारण भारत बंद का ऐलान किया गया है. नोटबंदी के खिलाफ विपक्ष आज जमकर हल्ला बोलने के मनसूबों के साथ सरकार के विरोध में सड़कों पर आएगा. लेकिन विपक्ष की कई पार्टियां भारत बंद में शामिल नहीं होंगी.
पीएम की फटकार
नोटबंदी को लेकर जहां आज कांग्रेस जन आक्रोश दिवस मनाएगी वहीं कई विपक्षी पार्टियां देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी. राजनीतिक पार्टियों के अलावा कई बड़े मजदूर संगठनों ने हड़ताल की घोषणा भी की है. भारत बंद को लेकर खुद पीएम मोदी ने विपक्ष को फटकार लगाई है. पीएम ने कहा है कि एक तरफ जहां वो भ्रष्टाचार और काले धन के रास्ते बंद कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग भारत बंद की बात कर रहे हैं.
जनआक्रोश दिवस
आज भारत बंद के ऐलान के बाद कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने भारत बंद की अपील नहीं की है. बल्कि कांग्रेस आज सिर्फ जनआक्रोश दिवस मनाएगी. वहीं आज कांग्रेस के अलावा उत्तर प्रदेश में ना तो समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी को लेकर आज कोई बंद की बात कही है और ना ही बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भारत बंद के साथ हैं.
ममता निकालेंगी मार्च
आम आदमी पार्टी विरोध तो करेगी लेकिन सिर्फ जिला मुख्यालयों के बाहर ही. इसके अलावा दिल्ली में भी आज कोई बंद जैसे हालात नहीं है. एटीएम का नया मतलब बताने वाली और नोटबंदी का खुलकर विरोध करने वाली ममता बनर्जी भी भारत बंद में शामिल नहीं होने वाली हैं. लेकिन ममता आज कोलकाता में मार्च जरूर निकालेंगी. हालांकि लेफ्ट ने पश्चिम बंगाल, केरल और त्रिपुरा में भारत बंद की अपील की है.
बिहार के मुख्यमंत्री ने किया पीएम का समर्थन
बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी के फैसले का स्वागत किया है. जिस वजह से बिहार में आज भारत बंद का कोई खास असर नहीं दिखेगा. एक तरफ जहां जेडीयू नोटबंदी पर पीएम के साथ है तो वहीं लालू की पार्टी आरजेडी को लेकर सवाल बने बुए हैं. झारखंड में मौजूदा विपक्षी पार्टियां ने भारत बंद में शामिल होने से इनकार किया. ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पीएम का समर्थन कर चुके हैं.
हरियाणा में दिख सकता है असर
हरियाणा में भारत बंद का असर देखने को मिल सकता है. यहां की ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने भारत बंद का समर्थन किया है. वहीं दक्षिण में कर्नाटक और तमिलनाडु में भी आज कोई बंद नहीं है. लेकिन तमिलनाडु में करुणानिधि की पार्टी डीएमके केन्द्र सरकार के कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन जरूर करेगी. जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके इस विरोध में शामिल नहीं हो रही.