नई दिल्ली. हमारे देश में अतिथियों को देवता का दर्जा दिया जाता है. पिछली यूपीए सरकार ने देश में पर्यटन को बढ़ावा देने और विदेशी सैलानियों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित करने के लिए अतिथि देवो भव: स्लोगन के साथ एक इंटरनेशनल कैंपेन की शुरुआत की थी.
नोट बंदी के चलते बैंक और एटीएम में रूपये नहीं मिलने से जहां आम भारतीय हैरान परेशान है वही सात समुन्दर पार से पुष्कर घूमने आए विदेशी पर्यटक भी इससे खासे परेशान है. हालत यह है कि कई विदेशी पर्यटको के पास तो खाना खाने और होटल में रुकने तक के पैसे नहीं है. यही वजह है कि परेशान विदेशी सैलानी अब सरे बाजार नाच गाकर राह चलते लोगों से मदद की गुहार कर रहे हैं.
अंग्रेजी अखबार इंडिया टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के पुष्कर में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस से आए कई सैलानियों के ग्रुप नोटबंदी के बाद से काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इन सैलानियों के पास रिटर्न टिकट के लिए भी पैसे नहीं हैं. ये सैलानी पुष्कर को प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर और गौ घाट पर लोगों का मनोरंजन करके रिटर्न टिकट का जुगाड़ करने में लगे हैं.
बता दें कि नोटबंदी को 19 दिन हो गए, लेकिन देश में करंसी क्राइसिस बना हुआ है. बैंकों और एटीएम के बाहर नई करंसी लेने के लिए लंबी कतारें लग रही हैं. इस बीच, पुष्कर में घूमने आए विदेशी पर्यटकों की परेशानी भी बढ़ गई है. इन्हीं सैलानियों के एक ग्रुप ने ‘यू कैन हेल्प अस, मनी प्रॉब्लम’ लिखा और बॉक्स सड़क पर रखकर करतब दिखाकर लोगों से छोटे नोट देने की गुहार लगाई. इस दौरान ग्रुप में शामिल एक लड़की करतब दिखाती दिखी.
आपको बता दें कि हाल ही में पुष्कर में इंटरनेशनल पशु मेला संपन्न हुआ है. जिसमें बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी पहुंचे। टूरिस्ट्स ने बताया कि घंटों कतार में खड़े होने के बावजूद उन्हें नए नोट नहीं मिले तो मजबूरी में उन्होंने यह कदम उठाया.