पटियाला. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले नाभा जेल से खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के मुखिया हरमिंदर सिंह मिंटू सहित 5 कैदियों के भाग जाने की घटना से पूरा देश सकते में है.
10 बंदूकधारियों ने जिस तरह से फायरिंग कर जेल की सुरक्षा को तोड़ा है यह पंजाब पुलिस के मुंह पर भी जोरदार तमाचा है.
इस घटना के बाद पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने तुरंत राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की है. बादल ने उनको हरमिंदर सहित सभी कैदियों को पकड़ने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी है.
पंजाब सरकार की ओर से इस घटना के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया जा रहा है. इससे पहले पठानकोट हमले को भी राज्य सरकार ने पाक का ही हाथ बताया था. हालांकि विपक्षी पार्टियों ने इसे पूरी तरह आंतरिक सुरक्षा के फेल हो जाने का आरोप लगाया था.
आपको बता दें कि हरमिंदर सिंह मिंटू के ऊपर 10 आतंकी घटनाओं से जुड़े होने का आरोप है. मिली जानकारी के मुताबिक 10 बंदूकधारी पहले जेल के अंदर घुस गए और मिंटू सहित 5 कैदियों को छुड़ा ले गए.
जिस तरह से पूरी घटना को अंजाम दिया गया है उससे साफ लग रहा है कि इसके पीछे पूरी तैयारी थी जिसमें कुछ अधिकारियों के शामिल होने की भी आशंका है.
बताया जा रहा है कि इस घटना के दौरान सिर्फ एक पुलिसकर्मी ने उनका पीछा करने की कोशिश की जिसकी फायरिंग में एक लड़की की मौत हो गई.
वहीं इस घटना पर राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इसको सुरक्षा में सेंध बताया है. इतना ही नहीं विपक्षी दलों का कहना है कि इस पूरे मामले में अपराधियों के पीछे राज्य सरकार का भी हाथ हो सकता है.
कांग्रेस नेता और हाल ही में लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीधे राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा ‘नाभा की जेल में सेंध बिना बादल सरकार की मिलीभगत से नहीं हो सकता है.
इस घटना के बाद से साफ हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है’. वहीं आम आदमी पार्टी ने सुखबीर सिंह बादल से इस्तीफा मांगा है.
गौरतलब है कि हरमिंदर सिंह मिंटू को 2014 में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. 2008 में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरुमीत राम रहीम सिंह पर हुए हमले का भी आरोपी है. वहीं उस पर 2010 में हलवारा एयर फोर्स स्टेशन में आईडी विस्फोट का भी आरोपी है.