Advertisement
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • प्रधानमंत्री ने कराई नोटबंदी, खाली बैठे मजदूर करा रहे हैं नसबंदी

प्रधानमंत्री ने कराई नोटबंदी, खाली बैठे मजदूर करा रहे हैं नसबंदी

नोटबंदी के बाद जहां लोगों को रोजगार और खाने की कमी हो गई है वहीं अलीगढ़ के रहने वाले पूरन शर्मा को पैसों की कमी के चलते नसबंदी करानी पड़ी. इस काम में पूरन का साथ उनकी पत्नी भी देना चाह रहीं थी लेकिन वह विकलांग है

Advertisement
  • November 27, 2016 4:16 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद जहां लोगों को रोजगार और खाने की कमी हो गई है वहीं अलीगढ़ के रहने वाले पूरन शर्मा को पैसों की कमी के चलते नसबंदी करानी पड़ी. इस काम में पूरन का साथ उनकी पत्नी भी देना चाह रहीं थी लेकिन वह विकलांग है, इसलिए वह ऐसा नहीं कर सकतीं. बता दें कि नसबंदी कराने वाले पुरषों के 2000 रुपए और वहीं महिलाओं को 1400 रुपए दिए जाते हैं.
 
टीओई में छपी खबर के अनुसार पूरन का कहना है कि उनके परिवार में विकलांग पत्नी के अलावा तीन बच्चे भी हैं और घर में नकद पैसों की कमी थी, उनके पास खाने तक को पैसे नहीं थे. इस वजह से मैंने और मेरी पत्नी ने नसबंदी कराने का फैसला लिया था. लेकिन मेरी पत्नी का यहां ऑपरेशन न हो सका इसलिए मैंने नसबंदी करवा ली. मुझे लगा कि मुझे जो पैसा मिलेगा उसके कुछ दिनों तक घर का काम चल जाएगा, लेकिन मुझे अभी तक पैसे नहीं मिले.
 
खैर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर राहुल शर्मा ने बताया कि पूरन का परिवार पूरा हो चुका था और उन्हें पैसों की बहुत जरूरत थी, इसीलिए उनकी सहमती से उनकी नसबंदी कर देने का फैसला किया. पूरन को पैसे न मिलने की बात पर डॉ शर्मा ने कहा कि नसबंदी का रुपया उनके बैंक खाते में सीधा डाल दिया जाएगा, हां लेकिन इस काम में थोड़ा समय जरुर लग जाएगा. 
 
आगरा के परिवार नियोजन विभाग में अधिकारी डॉक्टर शेर सिंह ने जानकारी दी की केवल अलीगढ़ में 272 लोगों ने इस साल नसबंदी करवाई हैं, इनमें इस नवंबर महीने में ही 913 मामले हैं. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि ठंड के मौसम के दौरान थोड़ी तेजी देखी जाती है क्योंकि लोग ऐसा सोचते हैं कि इस मौसम संक्रमण का खतरा कम होता है.
 
टीओई में छपे आंकड़ों के अनुसार आगरा और अलीगढ़ जिलों में नवंबर महीने में नसबंदी करवाने वालों की संख्या बढ़ी है. रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम मोदी के आठ नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद नसबंदी के मामलों में तेजी आई है. 
 
केवल अलीगढ़ में ही नवंबर महीने में पिछले महीने के मुकाबले दोगुने लोगों ने नसबंदी करवाई है. मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल नवंबर में  कुल 92 लोगों ने नसबंदी कराई, वहीं नोटबंदी के बाद इस नवंबर में अब तक 176 लोग नसबंदी करवा चुके हैं, और अभी ये महीना खत्म भी नहीं हुआ है, इसमें अभी चार दिन बाकी हैं. इसी तरह आगरा में भी पिछले साल के नवंबर में कुल 450 लोगों ने नसबंदी करवाई, वहीं इस बार नवंबर में अब तक 904 महिलाएं और नौ पुरुष नसबंदी करवा चुके हैं.

Tags

Advertisement