बीजिंग. चीन के मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है और कहा है कि नोटबंदी का उनका फैसला बहुत साहस भरा है. अखबार ने कहा है कि इससे चीन को भ्रष्टाचार पर अंकुश लागाने के लिए भारत से सबक लेनी चाहिए. चीनी मीडिया ने कहा है कि यह फैसला बहुत अहम है और यह भ्रष्टाचार से लड़ने में बहुत मदद करेगा.
हांलाकि जनता को इसका कितना समर्थन मिलेगा अखबार ने इसपर संदेह जताया है. चीनी मीडिया ने इसे मुद्रा सुधार का एक अहम कदम बताया है और कहा है कि यह सफल हो या असफल लेकिन इससे भ्रष्टाचार से लड़ने का एक अच्छा संदेश तो गया ही है.
चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि हम इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकते की अगर चीन में 50 और 100 युआन के नोट बंद हो जाएं तो क्या होगा. बता दें कि चीन में सबसे बड़ा नोट युआन है.
अखबार लिखता है कि भारतीय पीएम को इसके लिए आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ रहा है क्योंकि लोगों को रोजाना कि जिंदगी में दिक्कतें हो रही हैं लेकिन फिर भी जिस तरह से इसे लागू किया गया वह ठीक है. इसे लागू करना आसान नहीं था.
अखबार ने लिखा है कि भारत में 90 फीसदी से अधिक लेन-देन नकद में किया जाता है और 500 और 1000 के नोटों का उसमें 85 प्रतिशत हिस्सा है. अखबार के संपादकीय में लिखे लेख में कहा गया है कि भ्रष्टाचार की समस्यायें फिर से पैदा हो जाएंगी लेकिन मोदी सरकार इसमें काफी सुधार करना चाहती है.
चीनी मीडिया ने इसे जुए की तरह बताया है और कहा है कि भारत में इस तरह के सुधार के लिए कम ही स्थान है. अखबार ने कहा है कि इस तरह के सुधार करने के लिए साहस के अलावा कई चीजों की आवश्यकता होती है. अखबार ने कहा है इससे यह भी पता चलेगा कि आमजन में इस साहसिक और अच्छे फैसले को बर्दाशत करने की क्षमता कितनी है. अखबार ने इसे सही सोच के साथ आया फैसला बताया है.