नई दिल्ली. शुक्रवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर भारी हंगामा किया. इसमें उन्होंने कहा था कि नोटबंदी का विरोध करने वालों की पीड़ा यह है कि उन लोगों को तैयारी का मौका नहीं मिला. विपक्ष ने मोदी के इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें इस बयान के लिए माफी मांगनी होगी.
राज्यसभा में विपक्ष नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री को आज हाउस में होना था, इसको लिए हमने नोटिस दिया था. पीएम ने आडिटोरियम में बुक रिलीज में कहा था कि विपक्ष ब्लैक मनी कि तरफ है और विपक्ष को तैयारी का मौका नहीं मिला, इस आरोप पर पीएम को संसद में आकर माफी मांगनी चाहिए. इस तरह का आरोप पीएम कैसे लगा सकते हैं.
वहीं पीएम मोदी के इस बयान पर मायवती ने कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि वह संसद में आकर पहले ये साफ करें की किसके पास काला धन है और सदन से इस बयान पर माफी मांगे. साथ ही सदन में ‘प्रधानमंत्री माफी मांगो’ के नारे भी लगाए गए. हंगामे के चलते कार्यवाही को 2:30 बजे तक स्थगित कर दिया गई है, तो वहीं लोकसभा को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
नोटबंदी पर संसद में विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी ने कहा कि इस वक्त देश में करप्शन के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई चल रही है लेकिन कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं. उनकी आलोचना है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की. मुद्दा यह नहीं है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की ऐसे लोगों की पीड़ा इस बात की है कि सरकार ने किसी को तैयारी करने का मौका नहीं दिया. अगर उनको 72 घंटे का भी मौका मिल जाता तो वह खुश हो जाते.