नई दिल्ली. संविधान से जुड़ी जो पुस्तको के विमोचन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने हमला बोला है. मायावती ने कहा है कि अगर पीएम मोदी ईमानदार हैं और नोटबंदी पर उनका कोई राजनीतिक मोटिव नहीं है तो वे यही बात संसद में आकर क्यों नहीं कहते हैं.
पीएम मोदी ने दिए भाषण पर मायवती ने कहा है कि वह संसद में आकर पहले ये साफ करें की किसके पास काला धन है और सदन से इस बयान पर माफी मांगे. पीएम मोदी संसद के बाहर बयान देते हैं उन्हें संसद में आकर बोलना चाहिए, वह संसद में क्यों नहीं आते.
वहीं मोदी के इस बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा कि पीएम मोदी ने आज जिस तरह से आरोप लगाया है कि विपक्ष कालेधन पर तैयारी नहीं कर पाई, वह देश का अपमान है. इस तरह का आरोप कैसे लगा सकते हैं, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
इस मामले में राज्यसभा में प्रधानमंत्री माफी मांगो के नारे लगे, जिसके बाद सदन में हंगामा होने लगा. हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है, तो वहीं लोकसभा को 2: 30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
नोटबंदी पर संसद में विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी ने कहा कि इस वक्त देश में करप्शन के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई चल रही है लेकिन कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं. उनकी आलोचना है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की. मुद्दा यह नहीं है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की ऐसे लोगों की पीड़ा इस बात की है कि सरकार ने किसी को तैयारी करने का मौका नहीं दिया. अगर उनको 72 घंटे का भी मौका मिल जाता तो वह खुश हो जाते.