नई दिल्ली. संविधान से जुड़ी जो पुस्तको के विमोचन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान सबसे बड़ा है और इससे जुड़ाव भी जरूरी है. हर बच्चे को संविधान के बारे में बताया जाना चाहिए. 26 नवंबर के बिना 26 जनवरी अधूरा है, संविधान दिवस के बिना गणतंत्र दिवस नहीं मनाया जा सकता. कर्तव्यों का सारा भाव अधिकारों में बदलता जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान का जब-जब जिक्र आता है तो हर बार बाबा साहेब का जिक्र करना जरूरी हो जाता है. संविधान का मतलब ही बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर हैं. पीएम मोदी ने कहा कि काले धन के खिलाफ लड़ाई में आम आदमी सिपाही बन गया है. अपने पैसे का खर्च करने का सबके पास अधिकार है लेकिन दुनिया बदल रही है और हमें कैशलेस इकॉनमी की तरफ बढ़ना होगा.
नोटबंदी पर संसद में विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी ने कहा कि इस वक्त देश में करप्शन के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई चल रही है लेकिन कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं. उनकी आलोचना है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की. मुद्दा यह नहीं है कि सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की ऐसे लोगों की पीड़ा इस बात की है कि सरकार ने किसी को तैयारी करने का मौका नहीं दिया. अगर उनको 72 घंटे का भी मौका मिल जाता तो वह खुश हो जाते.
डिजिटल करंसी की जरूरत पर पीएम मोदी ने कहा, वॉट्सऐप हमें किसने सिखाया ? लेकिन हर कोई आसानी से वॉट्स ऐप कर लेता है. हमें इसी तरह कैशलेस इकॉनमी की तरफ आगे बढ़ना चाहिए. इस वक्त देश में करप्शन के खिलाफ बहुत बड़ी लड़ाई चल रही है लेकिन कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं.
बता दें कि नोटबंदी को लेकर संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हो रहा है. विपक्ष लगातार नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी के बयान की लगातार मांग कर रहा है, जबकि सरकार का कहना है कि इस मुद्दे पर केवल वित्तमंत्री ही जवाब देंगे. जब से शीतकालीन सत्र शुरू हुआ है नोटबंदी पर हंगामे के चलते एक भी दिन संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई है.