नई दिल्ली: नोटबंदी का आज 15वां दिन है. जहां पूरा देश एटीएम और बैंक के बाहर लाइन में लगा है. नोटबंदी को लेकर विपक्ष संसद में एकजुट होकर बुधवार को सरकार के खिलाफ सबसे बड़ी मोर्चाबंदी कर रहा है. 13 विपक्षी दलों के 200 से ज्यादा सांसद संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दो मांग रखी हैं.
‘नोटबंदी की सूचना पहले ही लीक हो गई थी’
राहुल गांधी की पहली मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में आएं, विपक्ष की भी अच्छे से सुनें और दूसरी मांग है कि इस मामले की नोटबंदी के मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराई जाए. राहुल ने कहा कि पीएम मोदी आखिर संसद में आने से क्यों कतरा रहे हैं. नोटबंदी से पूरा भारत लाइन में लगा हुआ है लेकिन बीजेपी के बड़े बडे़ नेताओं और उद्योगपतियों को नोटबंदी के बारे में पहले से ही पता था.
‘PM मोदी संसद आएं’
राहुल ने कहा कि हमारी मांग है, पीएम मोदी संसद में आएं, बहस को सुनें और विपक्ष की भी सुनें और दूसरी मांग है हमें लगता है कि इस निर्णय के पीछे कोई बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. इस सूचना को पहले ही लीक कर दिया गया था इसलिए इस मामले की जांच जेपीसी से करवानी चाहिए. यहां 200 से ज्यादा सांसद यहां खड़े हुए हैं. पूरा विपक्ष संगठित है. पीएम को बताना चाहिए कि आखिर ऐसा निर्णय क्यों लिया.
‘नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को लगा है झटका ‘
उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत सभी पार्टियां कालेधन और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आवाज उठा रही है. कुछ लोगों के चक्कर में पूरा भारत लाइन में लगा है बेकार में गरीब और ईमानदार जनता को परेशान किया जा रहा है. देश इस तरह नहीं चलाया जा सकता. देश की अर्थव्यवस्था सही से चल रही थी लेकिन अचानक उसको इतना बड़ा झटका दे दिया.
‘BJP या उधोगपति कोई लाइन में दिखा’
राहुल ने कहा किसान, गरीब, मजदूर, छोटे दुकानदार सब परेशान हैं. आपको लाइन में अभी तक कोई सूट बूट वाला कोई उधोगपति या बीजेपी का कोई बड़ा नेता नहीं दिखा. संसद शुरू होते ही सबसे पहले शहीद होने वाले लेागों को श्रद्धांजलि दिए जाने की प्रथा है. पहले दिन अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है लेकिन नोटबंदी से मरे लेागों को क्यों नहीं दिया गया. उनका क्यो कसूर था.
’13 पार्टियां दे रही हैं धरना’
संसद भवन के बाहर विपक्ष गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं. प्रदर्शन कर रहीं 13 पार्टियों में कांग्रेस, सपा, वाम और बसपा भी शामिल हैं. प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकाअर्जुन खड़गे, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, शरद पवार आदि नेता दिखे.
इसके अलावा कई सांसदों के हाथ में तमाम नारे लिखी हुईं पट्टियां हैं जिन पर नोटबंदी से जुड़ी विपक्ष की मांगे लिखी हुई हैं. इसमें लिखा है, गरीब जनता की रक्षा करो, आम आदमी का शोषण बंद करो, ये सर्जिकल स्ट्राइक नहीं आम आदमी पर चोट है और पीएम मोदी संसद आएं.