नई दिल्ली. नोटबंदी को लेकर विपक्ष संसद में एकजुट होकर बुधवार को सरकार के खिलाफ सबसे बड़ी मोर्चाबंदी कर रहा है. 13 विपक्षी दलों के 200 से ज्यादा सांसद संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं. इस धरने की रणनीति विपक्ष ने सोमवार को ही बना ली थी और मंगलवार को इसे अंतिम रूप दिया गया.
विपक्ष संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर लिए फैसले पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौजूद रहने और बयान देने की मांग पर अड़ा हुआ है. नोटबंदी लागू होने के दो हफ्ते बाद मंगलवार को राजनीतिक लड़ाई और तेज हो गई. बीएसपी सांसद सतीश मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी को सदन में आकर नोटबंदी पर अपनी बात रखें.
वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम केंद्र के लिए नोटबंदी के फैसले के खिलाफ नहीं हैं. इसे लागू किए जाने के तरीके के खिलाफ हैं. लोगों को इस फैसले समस्या हो रही है. इससे पहले मंगलवार को भी संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी को लेकर काफी हंगामा हुआ, जिसकी वजह से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.
धरने में पहुंचे विपक्षी सांसदों के हाथो में छोटे-छोटे पोस्टर हैं, जिन पर नोटबंदी से जुड़ी विपक्ष की मांगे लिखी हुई हैं. विपक्ष पोस्टर लेकर मांग कर रहा है कि नोटबंदी की जानकारी कथित तौर पर पहले ही लीक हो चुकी थी. इसकी संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराई जाए, प्रधानमंत्री मोदी चर्चा के दौरान सदन में मौजूद रहें, नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष के सवालों का जवाब दें.