नई दिल्ली. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि 500 और 1000 के नोट बंद हो जाने से जम्मू कश्मीर में आतंक की घटनाओं में कमी आई है. नोटबंदी से आतंकियों कि फंडिंग बंद हो गई है और इससे नकली नोटों का व्यापार बंद हो गया है.
उन्होनें कहा कि नकली नोटों का व्यापार करने वाले इस फैसले से हताश हो गए हैं. रिजिजू कल लोकसभा में बोल रहे थे. उन्होनें कहा कि नोटबंदी से आतंकियों की कमर टूट गई है और अब आतंकी संगठनों को सीमापार से आने वाली नकली नोटें नहीं मिल पा रही है.
बता दें कि इस समय संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और नोटबंदी को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. इसे लेकर हंगामे के चलते पिछले कई दिनों से संसद की कार्यवाही बाधित रही है.
गृहमंत्री ने कहा कि घाटी में आतंक फैलाने के लिए सीमा पार से नकली नोटों की खेपें आ रहीं थीं जो अब नहीं आ पा रही हैं क्योंकि सरकार ने 500 और 1000 के नोटों के चलन को बंद कर दिया है.
उन्होनें कहा कि नोटबंदी से कश्मीर में पत्थरबाजी में कमी आई है क्योंकि अब नकली नोटों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. गृहराज्य- मंत्री भाजपा सांसद रमा देवी के प्रश्न का जवाब दे रहे थे. रमादेवी ने पूछा था कि क्या पत्थरबाजी में कमी आने से इस बात का पता चलता है कि पथराव करने वालों को 500 और 1000 के नकली नोट दिए जा रहे थे.