नई दिल्ली. खुंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकी को जाकिर नाईक के एनजीओ से स्कॉलरशिप दी गई थी. आतंकी संगठन में भर्ती होने के लिए संदिग्ध को जाकिर नाइक की संस्था ने 80 हजार की स्कॉलरशिप दी थी. यह बात कल यानी मंगलवार को एनआईए ने बताई. अबू अनस को 2015 में यह पैसा सीरिया जाने के और आंतंकी संगठन में भर्ती होने के लिए स्कॉलरशिप के बहाने दिया गया.
बता दें अबू अनस को आतंकी साजिश रचने को लेकर गिरफ्तार किया गया है. अनस पर आरोप है कि वह आईएस की तरफ से लड़ने के लिए सीरिया जाना चाह रहा था. वह राजस्थान के टोंक जिले का रहने वाला है और उसे 2016 में गिरफ्तार किया गया था.
एनआइए ने नाईक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए और आईपीसी की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज किया है.
जाकिर नाइक की संस्था पर एनआईए की टीमें छापे मार रही हैं. छापेमारी में एनआईए को कई दस्तावेज मिले हैं. एजेंसी संस्था लेन-देन और फंडिंग की गहराई से जांच कर रही है. इसी जांच से इस बात का पता चला है. बता दें कि जाकिर नाइक की संस्था को केंद्र सरकार ने पहले ही प्रतिबंधित कर दिया है.
एनआईए अबू अनस के आईएस की तरफ झुकाव की जांच कर रही है. वह हैदराबाद की एक कंपनी में इंजीनियर था और बाद में नौकरी छोड़ दी थी. वह अभी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. जाकिर नाइक पर यह आरोप है कि वे भड़काऊ भांषण देते हैं और दो समुदायों के बीच नफरत फैलाते हैं. एनआईए की टीमें जाकिर नाइक के आडियो-विडियो सुन रही हैं और उससे कई बातें पता चल रही हैं.