नई दिल्ली. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहा है कि आतंकियों की फंडिंग, घाटी में पत्थरबाजी और नकली नोटों के व्यापार पर इसका सीधा असर पड़ा है.
रिजिजू ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद आतंकियों की कमर टूट गई है. पाकिस्तान से आतंकी संगठनों को मिलने वाली वित्तीय मदद अब बंद हो गई है. 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं और पत्थरबाजी में भी कमी दर्ज की गई है.
उन्होंने कहा कि जाली या फर्जी नोटों के देश के भीतर भेजने की गतिविधियां बुरी तरह से प्रभावित हुई है. आतंक का वित्त पोषण काफी प्रभावित हुआ है और कश्मीर में पत्थर फेंकने वालों को पैसे का भुगतान रूका है. रिजिजू ने कहा कि सूचनाएं इंगित करती है कि कश्मीर में पड़ोसी देश द्वारा प्रायोजित विघटनकारी तत्वों और अलगावादियों के बीच सांठगांठ है. ऐसे तत्वों के खिलाफ कानून के उपबंधों के तहत आश्वयक कार्रवाई की जाती है.
मंत्री के मुताबिक, घाटी में हिंसा फैलाने के लिए पैसा सीमा पार से आ रहा था. जो भी सीमा पार बैठे आतंकियों के संपर्क में हैं, उनके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. जबसे नोटबंदी हुई है तब से घाटी में हिंसा में भी कमी आई है और साथ ही पत्थरबाजी में भी. उन्होंने कहा कि घाटी में पत्थरबाजी से लेकर नकली नोट का व्यापार करने वाले दोनों ही हताश हैं. जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1000 और 500 के नोट बंद किए हैं तब से नकली नोटों के व्यापार में मंदी आ गई है.