नई दिल्ली. सात राज्यों में 4 लोकसभा, 10 विधानसभा पर हो रहे उपचुनाव इस बार बेहद खास है. माना जा रहा है कि इस उपचुनाव के नतीजे सरकार के नोटबंदी के फैसले पर जनता की राय सामने रखेंगे. ये पहले चुनाव हैं जिसमें सरकार को जनता के बीच अपनी मौजूदा छवि का अंदाजा हो जाएगा. ये उपचुनाव मोदी सरकार की अग्नि परिक्षा की तरह हैं.
इन सीटों पर गिनती जारी हो चुकी है और थोड़ी देर में नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. तमिलनाडु की तंजावुर विधानसभा सीट पर पहले चरण की मतगणना खत्म हो गई है. सीएम जयललिता की पार्टी AIADMK के उम्मीदवार 5993 वोटों के साथ आगे हैं वहीं करुणानिधि की पार्टी DMK का उम्मीदवार को 3974 वोट मिले है.
त्रिपुरा की बरजाला विधानसभा सीट पर सीपीआई (एम) उम्मीदवार 8466 वोटों से आगे है और बीजेपी उम्मीदवार 6391 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर है. ये चुनाव असम, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और पुड्डुचेरी में हैं. देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तीन राज्यों मध्य प्रदेश, असम और अरुणाचल प्रदेश में अपनी सीट वापस हासिल करने की मशक्कत में जुटी हुई है.
वहीं भोपाल, कोलकाता और चेन्नई में बीजेपी को नोटबंदी के फैसले के चलते थोड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि इन राज्यों में मोदी सरकार द्वारा लिए नोटबंदी के फैसले का काफी हल्ला हुआ है. इन सीटों में असम की लखीमपुर विधानसभा सीट सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही है. सर्बानंद सोनोवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद ये सीट खाली हुई थी. बीजेपी की असली परीक्षा मध्यप्रदेश में होगी जहां की दोनों सीटों पर कांग्रेस उसे मजबूत चुनौती दे रही हैं