नई दिल्ली. कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले के बाद से ही पुराने नोट जमा और बदलवाने के लिए बैंकों के सामने लोगों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है. इसके साथ ही बैंकों की लाइन में लगे व्यक्तियों के मरने की खबरें भी लगभग रोज ही आ रही हैं. ऐसी ही एक घटना दिल्ली के नफजगढ़ इलाके में हुई.
नफजगढ़ इलाके में बैंक में पैसा जमा कराने गए 49 साल के व्यक्ति की चक्कर आने के बाद मौत हो गई. दिल्ली के उत्तमनगर इलाके के रहने वाले सतीश बैंक के सामने लाइन में खड़े ही थे कि अचानक उन्हें चक्कर आ गए, जिसके बाद उन्हें तुरंत ही चानन देवी अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने इस मामले में कहा है कि अभी जांच की जा रही है. सतीश सोमवार सुबह करीब साढ़ें आठ बजे से ही बैंक की लाइन में खड़े थे. वह अपने घर से 48 हजार रुपये के पुराने नोट बैंक में जमा करवाने निकले थे. सतीश की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.
बता दें कि बैंक में नोट बदलवाने के लिए लाइन में खड़े लोगों में से अभी तक करीबन 55 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, तो वहीं लगभग 11 बैंक अधिकारियों की भी तनाव की वजह से मौत हो चुकी है.
संसद के शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने नोटबंदी के बाद से मरने वाले लोगों पर बात करते हुए नोटबंदी की उरी हमले से तुलना की थी. उन्होंने कहा था कि नोटबंदी से जितने लोग मरे हैं उतने तो उरी हमले में भी नहीं.