कल इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटना का शिकार होने के बाद से 20 साल की रूबी गुप्ता अपने पिता को ढूंढ रही है. जल्द दुल्हन बनने वाली रूबी की हाथ की हड्डी इस हादसे में टूट गयी लेकिन पिता के ना मिलने से उन पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
कानपुर. कल इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटना का शिकार होने के बाद से 20 साल की रूबी गुप्ता अपने पिता को ढूंढ रही है. जल्द दुल्हन बनने वाली रूबी की हाथ की हड्डी इस हादसे में टूट गयी लेकिन पिता के ना मिलने से उन पर जैसे दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
रूबी की शादी 1 दिसम्बर को है और और इसी के लिए वह इंदौर से मऊ जा रही थी. रूबी के साथ उनके पिता के अलावा उनकी दो बहने और दो भाई भी थे. इस पर परेशान रूबी ने बताया कि फ़िलहाल ‘पिता को ढूंढ लेना मेरी प्राथमिकता है. अभी शादी के कार्यक्रम का कोई ख्याल नही है.’ उन्होंने यह भी बताया वह साथ में गहने और शादी के कपड़े लेकर चली थीं लेकिन फ़िलहाल कुछ भी उनके पास नहीं है.
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इस हादसे के बाद रूबी ही नहीं ऐसे कई लोग हैं जो साथ यात्रा कर रहे अपनों की तलाश में हैं. तो कुछ ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे है.
इनमे से नाम कोमल सिंह का भी है. जो इस रेल हादसे का शिकार होने के बाद 11 घंटों तक मौत से जूझती रहीं और आख़िरकार हार गयीं. हादसे के बाद कोमल अपने ने अपने घरवालों को फोन कर बताया था कि उसका पैर कहीं फंसा हुआ है. इसके बाद घरवालों को उम्मीद थी कि जल्द कोमल को बचा लिया जाएगा और उनकी बेटी उनके पास होगी.
लेकिन कुछ देर बाद उन्हें खबर मिली कि कोमल की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी. दरअसल ट्रेन के पटरी से उतरने पर ट्रेन की एसी की बोगियां एक दूसरे पर चढ़ गयी थी. जिसके चलते अंदर फंसे लोग बाहर निकाले जाने का इंतज़ार कर रहे थे. इस दौरान कोमल भी सिर्फ घर वालों ही नहीं बल्कि बचाव कार्यों में लगे एनडीआरएफ की टीम से बात करती रहीं.
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इसके बाद 12.45 पर कोमल को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गयी. बता दें कि हादसे के 11 घंटे बाद तक मौत से जूझती रही थी.
बता दे कि इस रेल हादसे में मारने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इस हादसे में 130 लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.