आज कानपुर के पास पुंखराया में हुए रेल हादसे से भी नोटबंदी का मामला आ कर जुड़ गया. दरअसल हादसे में घायल हुए लोगों को सबसे पास के कानपुर देहात के जिला अस्पताल में पहुंचाया गया था.
कानपुर. आज कानपुर के पास पुंखराया में हुए रेल हादसे से भी नोटबंदी का मामला आ कर जुड़ गया. दरअसल हादसे में घायल हुए लोगों को सबसे पास के कानपुर देहात के जिला अस्पताल में पहुंचाया गया था.
जहां रेलवे विभाग ने फौरी राहत के तौर पर 5-5 हज़ार रूपये घायलों को दिए लेकिन यह सभी पुराने और बंद हो चुके नोटों के रूप में दिए गए थे. इससे अस्पताल में ही लोगों में अफरा-तफरी मच गयी.लोगों का सरकार से सीधा सा सवाल था कि जब इन पैसों से किसी की कोई जरुरत पूरी नहीं हो सकती तो यह नोट देने का मतलब क्या है.
इतना ही नहीं इस बारे में कानपुर पहुंची केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी कोई स्पष्टीकरण नहीं दे सकीं. बता दें कि इससे पहले इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में मार गए लोगों के परिजनों को रेल मंत्री सुुरेश प्रभु ने मुआवजे की घोषणा की थी. घोषणा के मुताबिक मृतकों के परिजनों को 3 लाख 50 हजार, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे.