कानपुर. आज सुबह कानपुर में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए जिसमे लगभग 100 लोगों की मृत्यु हो गयी और 200 यात्री घायल हो गए पर शायद ये हादसा रोका जा सकता था.
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के सीतामऊ में रहने वाले प्रकाश शर्मा इसी ट्रेन में सफर कर रहे थे. उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त हुए एस-2 कोच में इंदौर से उज्जैन तक सफर किया था.
प्रकाश ने बताया कि वह ट्रेन में नियमित तौर पर सफर करते रहते है. लेकिन पहली बार उन्हें लगा कि पहियों में कुछ अलग तरह की आवाज आ रही थी.
पहियों में सामान्य से ज्यादा शोर हो रहा था. उन्होंने इसकी सूचना ट्रेन में मौजूद टीसी और रेलवे स्टाफ को इस बारे में बताया. रेलवे के अफसरों ने इसे सामान्य बात बताकर टाल दिया था.
प्रकाश का कहना है कि अगर रेलवे अधिकारियों ने उनकी बात मान ली होती तो शायद ये हादसा नहीं होता. हालांकि अब तक इस बात का पता नहीं चला है कि हादसा किस वजह से हुआ था.
रेलवे ने अपने स्तर पर जांच की बात कही हैं. हादसे में मारने वाले लोगों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे ने मुआवजे का ऐलान भी किया है. हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए है जिनका इलाज कानपुर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा हैं.