कोलकाता. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तीन तलाक के खिलाफ केंद्र सरकार के किसी भी कदम का विरोध करेगा. यह निर्णय बोर्ड के तीन दिन की बैठक के दूसरे दिन लिया गया है. बता दें कि आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की यह बैठक बंद कमरे में हो रही है आज इसका आखिरी दिन है. यह बैठक तीन तलाक और कॉमन लिविल कोड पर चर्चा के लिए हो रही है.
यह बात AIMPLB के रिसेप्शन कमेटी के चेयरमैन सुल्तान अहमद ने बताई. सुल्तान तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी हैं. उन्होंने कल यानी शनिवार को बताया कि विरोध करने का यह फैसला सबकी सहमति से लिया गया है. उन्होंने बताया कि बैठक में यह तय किया गया है कि तीन तलाक का मौजूदा प्रावधान बना रहे केंद्र सरकार अगर इसमें कोई भी बदलाव करेगी तो बोर्ड उसका विरोध करेगा.
सुल्तान ने कहा कि मुसलमानों में तीन तलाक बहुत पुराने समय से होता आ रहा है और यह हमारा धार्मिक अधिकार है कि हम इसे बनाए रखें. यह हमारे धार्मिक अधिकारों का एक हिस्सा है. बोर्ड का कहना है कि तीन तलाक शरीयत का हिस्सा है और इसे बदला नहीं जा सकता. उन्होंने बताया कि बोर्ड तीन तलाक को खत्म करने के विरोध में एक हस्ताक्षर अभियान चला रहा है और अभी तक 10 करोड़ मुस्लिम औरतें इसे बनाए रखने के पक्ष में हस्ताक्षर कर चुकी हैं.
इस बैठक में इसपर भी चर्चा हुई कि मुस्लिम युवाओं को कथित तौर पर परेशान किया जा रहा है. बोर्ड के एक सदस्य ने अपना नाम न बताए जाने की शर्त पर बताया कि बोर्ड के अध्यक्ष का कहना है कि केंद्र की भाजपा सरकार देश के मुस्लिमों को जानबूझकर परेशान कर रही है और बोर्ड भाजपा सरकार के मुस्लिम निरोधी मंसूबे के खिलाफ आवाज उठाएगा.