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नोटबंदी के कारण 4 लाख करोड़ बैंकों में आए, जाली मुद्रा का कारोबार भी बंद: रविशंकर प्रसाद

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि नोटबंदी के कारण चार लाख करोड़ रुपए बैंकों में आए हैं. ये सारा पैसा अब व्हाइट मनी है. 500 और 1000 के पुराने नोट बंद हो जाने के कारण जाली मुद्रा का कारोबार भी बंद हो गया है, इस फैसले से आतंकवाद की कमर तोड़ दी है.

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  • November 19, 2016 12:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि नोटबंदी के कारण चार लाख करोड़ रुपए बैंकों में आए हैं. ये सारा पैसा अब व्हाइट मनी है. 500 और 1000 के पुराने नोट बंद हो जाने के कारण जाली मुद्रा का कारोबार भी बंद हो गया है, इस फैसले से आतंकवाद की कमर तोड़ दी है.
 
 
अभी थोड़ी समस्या हो रही है लेकिन आगे चलकर लोगों को इससे बहुत फायदा मिलेगा. भारत की अर्थव्यवस्था नई उंचाईयों पर पहुंचेगी, जिससे भारत में विकास का काम तेजी से बढ़ेगा.
 
 
प्रसाद ने आगे कहा कि नोटबंदी से माओवादियों और अन्य उग्रवादियों की आर्थिक हालात भी खराब हो गई है. इससे इन ताकतों को नुकसान हुआ है और वो कमजोर हो गए हैं. उन्होंने कहा कि नोटबैन के बाद भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और सुरक्षा मजबूत हो रही है. 
 
 
कैश की कमी और पुराने नोट बदलवाने को लेकर देशभर में मचे हाहाकार के बीच नोटबंदी को लेकर खुलकर सियासी खेमेबाजी हो गई है. बैंक और एटीएम की कतार में घंटों लगकर जनता हलकान है और इसी जनता की दुहाई देकर करीब करीब सारी विरोधी पार्टियां सरकार के खिलाफ मोर्चा तैयार कर रही हैं.
 
 
पहले दिन से नोटबंदी का विरोध कर रहे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया. सदन में केजरीवाल ने पीएम मोदी पर तीखे आरोप लगाए. केजरीवाल के अलावा बाकी पार्टियां भी संसद के शीत सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई.  
 
 
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के ऐलान के बाद से 500 और 1000 के नोट बंद हो गए हैं. नोट बदलने और जमा करने के लिए बैंक 10 नवंबर से खोले गए हैं. 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक कुल 50 दिनों का समय दिया गया है नोट बदलवाने के लिए. उसके बाद भी अगर कोई पुराना नोट जमा करता है तो उसे पहचान पत्र दिखाना होगा.

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