नई दिल्ली. पिछले एक हफ्ते से पाकिस्तान के इरादे खतरनाक दिख रहे हैं. बॉर्डर पर भारतीय सेना की जवाबी फायरिंग में अपने सात जवानों की मौत से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.इसी बौखलाहट में पाकिस्तानी आर्मी राजस्थान से बिल्कुल सटे इलाके में अपने टैंकों और रॉकेट लॉन्चरों के साथ जंग की प्रैक्टिस कर रही है, तो दूसरी ओर एलओसी पर पल्लांवाला, राजौरी और पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी तेज़ हो गई है.
पाकिस्तान की आर्मी सीमा पर बसे गांवों को निशाना बना रही है. गुरुवार की रात तो ऐसा लगा कि मानो पाकिस्तान सनक गया है.
जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल के हालात दिन ब दिन बदतर होने लगे हैं. पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी का कहर सीमा पर बसे गांवों पर टूट रहा है. गुरुवार की रात तो सीमा पार से इस कदर मोर्टार दागे गए, मानो पाकिस्तान की फौज पागल हो चुकी है. राजौरी, अखनूर, पुंछ पूरी सीमा पर एक जैसे हालात हैं.
पाकिस्तान की ओर से अचानक कहीं भी गोलाबारी शुरू हो जाती है, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब तो दे रही है, लेकिन पाकिस्तान अपनी बर्बादी के बावजूद सुधरने को तैयार नहीं है. पाकिस्तान के पागलपन का ये नया दौर भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 7 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद शुरू हुआ है.
इसी के बाद पाकिस्तान की फौज ने राजस्थान सीमा से बमुश्किल सवा सौ किलोमीटर दूर बहावलपुर इलाके में युद्धाभ्यास के नाम पर अपने टैंकों और रॉकेटों की नुमाइश की, तो पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ ने झूठी डींग हांकनी शुरू कर दी कि पाक आर्मी ने 14 नवंबर की रात भारत के 11 सैनिकों को शहीद कर दिया है.
सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बेवजह गोलाबारी पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा एतराज जताया है और गुरुवार को ही पाकिस्तानी हाई कमीशन के बड़े अफसर के जरिए पाकिस्तान की मैसेज भी भेज दिया है. हालांकि पाकिस्तान की सेहत पर ऐसे कड़े संदेशों से कोई फर्क नहीं पड़ा और गुरुवार की रात फिर से सरहद पर बम बरसाने का सिलसिला शुरू हो गया. ऐसे में ये सवाल बड़ा है कि बार-बार सरहद पर क्यों सनक रहा है पाकिस्तान ? आखिर पाकिस्तान के इस पागलपन का परमानेंट इलाज क्या है? देखिए सिर्फ इंडिया न्यूज पर