नई दिल्ली. राज्यसभा में नोटबंदी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के बयान पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि आजाद का वक्तव्य भयंकर आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद एक जिम्मेदार नेता है. उन्होंने बड़ी भूल की है और इसके लिए उन्हें बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. वो पाकिस्तान का प्रचार कर रहे हैं.
‘आखिर कांग्रेस पार्टी का स्टैंड क्या है ?’
नायडू ने कहा कि आजाद ने पाकिस्तान को बचान का मौका दिया है. मुझे बताया गया है कि वो अपनी गलती को स्वीकार करने के लिये तैयार नहीं है. ये बहुत ज्यादा निंदनयी है. इन घटनाओं का आतंकी घटना से तुलना करना और आतंकी गतिविधियों को कम करके दिखाना ये गलत है. नायडू ने सवाल किया कि गुलाम नबी आजाद जी के स्पष्टीकरण के बाद मैं जानना चाहता हूं कि आखिर कांग्रेस पार्टी का स्टैंड क्या है ?
‘इस तरह का बयान देना अपमानजनक है’
नायडू ने कहा सदन में इस तरह का बयान देना अपमानजनक है, इस तरह के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाया जाना चाहिए. सरकार सभी की सबकी मदद कर रही है लोग इस फैसले से खुश है और नेता लोग ही इस फैसले के बाद दुखी क्यों हैं. सरकार ने जनता की भलाई के लिए ही पुराने नोट बंद करने का फैसला लिया है. काला धन रखने वालों के खिलाफ हमारी सरकार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करेगी.
बता दें कि राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद ने नोटबंदी की तुलना उरी हमले से करते हुए कहा था कि इतने लोग तो उरी आतंकी हमले में भी शहीद नहीं हुए जितने सरकार के इस फैसले से मारे गए हैं. आजाद के इस बयान पर केंद्र सरकार भड़क गई. आजाद ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने फैसले से आम लोगों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है, भूख से मरने वाले लोगों की संख्या शायद अब 43 हो गई है, क्या सरकार को अब ये नहीं दिखता.