नई दिल्ली: राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ कर दिया है कि बैंकों का करीब 9000 हजार करोड़ रुपया लेकर भागने वाले विजय माल्या का लोन माफ नहीं किया गया है.
दरअसल खबर आई थी कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने माल्या के 9000 हजार करोड़ के रुपए को राइट ऑफ कर दिया है जिसको लोगों ने समझा कि सरकार ने उनके कर्ज को माफ कर दिया है.
राज्यसभा में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने जब इस मुद्दे को उटाया तो वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बीच में ही टोंकते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि माल्या का कर्ज माफ कर दिया है. बैंक ने उनके कर्ज को राइट ऑफ किया है जिसका मतलब है कि बैंक ने अकाउंटिंग बुक में उनके कर्ज के एनपीए यानी नॉन परफार्मिंग असेट्स में रख दिया है. जेटली ने कहा कि माल्या से कर्ज वापस लेने के लिए सारी कोशिशें की जा रही हैं.
आपको बता दें कि इस एसबीआई की ओर से कहा गया था कि 63 कर्जदारों का करीब 7016 करोड़ रुपये का बकाया लोन राइट ऑफ कर दिया गया है जिसका मतलब निकाला गया कि इस पैसे को बैंक ने डूबा हुआ मान लिया है.
किसके ऊपर कितना है कर्ज
किंगफिशर एयरलाइंस (करीब 1201 करोड़), केएस ऑयल (596 करोड़),जीईटी पावर (400 करोड़) सूर्या फार्मास्यूटिकल (526 करोड़), साई इंफो सिस्टम (376 करोड़)