नई दिल्ली. ISIS के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिका रूस साथ आए. रूस ने अमेरिका के साथ हाथ मिला लिया है. बताया कि सीरिया में उसके युद्धक विमान उन्हीं आतंकवादियों को निशाना बना रहे हैं, जिन्हें अमेरिका बना रहा है. साथ ही हवाई हमलों में समन्वय नहीं बनाने की अमेरिकी आलोचनाओं को खारिज करते हुए उसने ऐसे आरोपों को ‘भ्रामक सूचना युद्ध’ करार दिया.
अफगानिस्तान में सोवियत संघ के दखल के बाद विदेशी सरजमीं पर रूस की ओर से यह पहली सैन्य कार्रवाई होगी. रूस के लड़ाकू विमानों ने बुधवार को चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट के ख़िलाफ़ करीब 20 हवाई हमले किए. वहीं अमेरिका ने आशंका जताई थी कि रूस जिन ठिकानों पर हमले कर रहा है वो इस्लामिक स्टेट के नहीं हैं बल्कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के दूसरे विरोधियों के हैं.
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