मधुबनी. बिहार की राजनीति के दो बड़े चेहरे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोट बंदी के फैसले पर अलग-अलग राय रखते हुए दिख रहे हैं. जहां लालू इस फैसले का विरोध कर रहे हैं तो वहीं नीतीश कुमार इसका समर्थन कर रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा है कि वह 500 और 1000 के नोट बैन करने के सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले का पूरी तरह से समर्थन करता हूं.’ नीतीश ने यह बात मधुबनी में एक कार्यक्रम के दौरान कही है.
उन्होंने कहा कि वे इस फैसले के हिमायती हैं, इससे दो नंबर के जाली नोट अपने आप बंद हो जाएंगे. नीतीश ने कहा, ‘कुछ लोगों के पास बेनाम संपत्ति है, इस पर भी नजर रखी जाए और केंद्र सरकार को उस पर भी जल्द से जल्द हमला करना चाहिए.’
बता दें कि नीतीश ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन लालू ने ट्वीट करके इस फैसले से नाराजगी जाहिर की है. लालू ने ट्वीट कर कहा था कि नोट बैन करने के बाद भी अगर लोगों को 15 लाख रुपये नहीं मिलते हैं तो इसका मतलब होगा कि यह फर्जिकल स्ट्राइक था.
केवल लालू ही नहीं कांग्रेस के भी नेताओं ने मोदी सरकार के फैसले का विरोध किया है. आज संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही राज्यसभा में विपक्ष ने केंद्र सरकार को नोट बैन करने के फैसले पर घेरना शुरू कर दिया.