आपातकाल में दबाई गई थी मीडिया की आवाज, देशहित में बहस जरुरी: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद सत्र से पहले राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर प्रेस काउंसिल के कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने मीडिया के काम में दखलंदाजी के साथ अभिव्यक्ति की आजादी पर भी जोर दिया है.

Advertisement
आपातकाल में दबाई गई थी मीडिया की आवाज, देशहित में बहस जरुरी: PM मोदी

Admin

  • November 16, 2016 12:43 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को संसद सत्र से पहले राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर प्रेस काउंसिल के कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम  मोदी ने मीडिया के काम में दखलंदाजी के साथ अभिव्यक्ति की आजादी पर भी जोर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल में मीडिया की आवाज को दबाया गया. प्रेस की आजादी जरूरी है, इसपर बाहरी नियंत्रण समाज के लिए ठीक नहीं है. 
 
 
‘पत्रकारों को मिले न्याय’
पीएम मोदी ने पत्रकारों की सुरक्षा के सवाल पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि सच्चाई को उजागर करने वाले पत्रकारों की हत्या गंभीर विषय है. पत्रकारों को न्याय मिलना चाहिए, उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए, यह मुद्दा हर सरकार की प्राथमिकता मे होनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि किसी पत्रकार की हत्या या उसपर हमला ज्यादा गंभीर मसला है.
 
 
‘देशहित में बहस जरुरी’
पीएम मोदी ने मीडिया के सामने कहा कि देशहित में चर्चा होनी चाहिए, ये सबसे जरूरी है. सरकार की सोच और लोगों को हो रही समस्याओं पर इस सत्र में अच्छी बहस होगी. केंद्र सरकार सभी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है. संसद में सभी दलों का अच्छा योगदान होगा. उन्होंने कहा कि ससंद के पिछले सत्र में जीएसटी पर भी सभी दलों ने एकसाथ काम किया और सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम किया जाएगा.
 
 
‘आपातकाल के दौरान दवाई गई मीडिया की आवाज’
पीएम मोदी ने अभिव्यक्ति की आजादी के संदर्भ में ही बोलते हुए देश में लगे आपातकाल के दौर की भी याद दिलाई. पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी को अच्छी तरह याद है कि कैसे देश में आपातकाल के दौर में प्रेस परिषद संस्था को बंद कर दिया गया था.
 
 
उन्होंने आपातकाल में मीडिया की आवाज दबाने का भी जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त हालात तब सुधरे जब मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने थे. पीएम मोदी ने मीडिया की पॉजिटिव भूमिका पर जोर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि मीडिया ने एक बार स्टेट डेवलपमेंट की रिपोर्ट प्रकाशित कर राज्यों के बीच एक जबरदस्त पॉजिटिव कॉम्पिटिशन का भाव विकसित किया.

 

Tags

Advertisement