नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने ये साफ किया है बैंको में उन्ही लोगों की उंगली पर स्याही लगायी जाएगी जो अपने पुराने नोट बदलवाने आ रहे है. पैसे निकालने या जमा करने वाले लोगों पर स्याही का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा.
दरअसल नोटबंदी के फैसले के 8 दिन बाद भी लोगों को कैश की कमी से दो चार होना पड़ रहा है. बैंक ब्रांचों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी लाइनें लगी हैं.
इस बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साफ किया है कि बैंकों की लाइनों में लगे केवल उन लोगों की उंगली में स्याही लगाई जाएगी जो पुराने नोटों को बदलने के लिए आएंगे. आरबीआई ने साफ किया है कि पैसा निकालने वाले लोगों की उंगलियों पर स्याही लगाने की जरूरत नहीं है.
गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय वित्त सचिव शक्तिकांत दास ने कहा था कि बैंकों में नोट बदलने के लिए लाइनें लंबी हैं इसलिए कई जरूरतमंद लोगों को पैसे नहीं मिल पा रहा हैं.
वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार ने फैसला किया है कि बार-बार नोट बदलने आ रहे लोगों की पहचान की जाए. इसके लिए उनकी उंगली में इंक लगाने का फैसला किया गया है. ताकि नए लोगों को भी पैसे मिल सकें.
इससे पहले सरकार ने एटीएम से पैसे निकलने की लिमिट 2000 से बढ़ाकर 2500 रूपए और एक हफ्ते में बैंक से चेक के माध्यम से निकली जाने वाली राशि की उच्चतम सीमा 24000 रुपए कर दी थी.