नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने मंगलवार को बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आम बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा. लंबे समय से यह कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार तय समय से पहले बजट सेशन जनवरी में शुरू कर सकती है. बता दें कि इससे पहले फरवरी के अंतिम हफ्ते में आम बजट पेश किया जाता था.
योजनाओं को पूरा करने के लिए लिया गया फैसला
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने ही कहा था कि योजनाओं पर जल्द अमल शुरू करने के लिए आम बजट को एक महीना पहले पेश किया जाएगा. उन्होंने सभी राज्यों से आग्रह भी किया था कि इस बजट का लाभ उठाने के लिए वह अपनी योजनाओं को इसी के अनुरूप आगे बढ़ाने की कोशिश करें.
PMO ने दी थी जानकारी
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया था कि पीएम मोदी ने कहा कि आम बजट को एक महीना पहले ही पेश किया जा रहा है ताकि सभी योजनाओं और उससे होने वाले कार्यक्रमों को तेजी से अमल में लाया जा सके. इससे पहले 21 सितम्बर को केंद्रीय कैबिनेट ने आम बजट फरवरी महीने के अंतिम दिन पेश किये जाने के उपनिवेशिक काल से चली आ रही परंपरा को समाप्त करने और इसे एक महीने पहले पेश करने का फैसला किया था.
नीति आयोग ने केन्द्र सरकार से सिफारिश की थी कि रेल बजट अलग से पेश करने की परंपरा को अब बंद कर दिया जाना चाहिए. बजट को अलग से पेश करना पैसे के साथ-साथ समय की भी बर्बादी है. इसे आम बजट के साथ ही पेश करना चाहिए. रेल बजट को जब आम बजट के साथ पेश किया जा सकता है तो फिजूलखर्च करने का क्या फायदा? इससे देश का ही नुकसान हो रहा है.