नई दिल्ली. केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया है. हालांकि अदालत ने सरकार यह जरूर पूछा है कि लोगों को हो रही परेशानी पर उसकी ओर से क्या कदम उठाए गए हैं. आपको बता दें कि केंद्र की ओर से 500 और 1000 के नोट […]
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया है. हालांकि अदालत ने सरकार यह जरूर पूछा है कि लोगों को हो रही परेशानी पर उसकी ओर से क्या कदम उठाए गए हैं.
आपको बता दें कि केंद्र की ओर से 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले के खिलाफ कई याचिकाएं दी गईं थीं जिस पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई थी. माना जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट इस पर कोई हस्तक्षेप कर सकता है.
वहीं इससे पहले आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांता दास ने आज प्रेस कांन्फ्रेंस कर कई और ऐलान किए हैं. उन्होंने कहा है कि अब रुपया जमा करा रहे लोगों को उंगली में काली स्याही लगाई जाएगी ताकि वह दोबारा पैसा जमा कराने न आ सकें.
उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए अलग से लाइन लगवाने के लिए कहा है इसके अलावा यह भी ऐलान किया है कि अब बैंकों और एटीएमों से 500 के नोट भी मिलना शुरू हो जाएंगे.
और क्या किए गए हैं ऐलान
एटीएम से एक दिन में 2500 और बैंक से 4500 की निकासी हो सकती है.
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 36वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में पुराने नोट चलेंगे.
रेलवे, पेट्रोल पंप, अस्पतालों में 500 और 1000 के पुराने नोटों के इस्तेमाल की तारीख 24 नवंबर तक बढ़ी.
बैंकों 4500 के पुराने नोट बदले सकते हैं और हफ्ते में 24000 तक की निकासी हो सकती है.
जन-धन खातों में पैसे जमा करने की सीमा 50000 कई गई.
रिजर्व बैंक ने जिला सहकारी बैंकों में नोट बदलने पर फिलहाल रोक लगाई.