नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद से निष्क्रिय पड़े जन-धन खातों में अचानक से रुपए की बरिश होने लगी है. मिल रही है जानकारी के मुताबिक बड़ी मात्रा में काला धन इनमें डाला जा रहा है. इसके बाद सरकारी एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं और इन खातों की जांच की तैयारी की जा रही है.
इस बीच सरकार ने नोट बदलवाने और कैश निकालने में हो रही लोगों की परेशानियों को देखते हुए कुछ नए फैसले लिए हैं. नए नियमों की जानकारी आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने दी.
शक्तिकांत दास ने कहा कि कुछ लोगों सारे काम को छोड़कर नोट बदलवाने को अपना धंधा बना लिया है. इससे बैंकों में काफी भीड़ हो रही है. एक ही आदमी रोज अलग-अलग बैंकों में जाकर भीड़ लगा रहा है. इसे देखते हुए सरकार ने कुछ अहम फैसले किए हैं.
1. बैंकों में नोट बदलवाने आए लोगों की उंगली पर स्याही का निशान लगाया जाएगा. यह निशान कुछ उसी तरह होगा जैसा की वोट देते समय लगाया जाता है.
2. मंगलवार से एटीएम और बैंकों से लोगों को 500 रुपये के नोट मिलेंगे.
3. दिव्यागों और बुजूर्गो के लिए अलग लाइन की व्यवस्था की गई है.
4. एटीएम से एक दिन में 2500 और बैंक से 4500 की निकासी हो सकती है.
5. नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 36वें अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में पुराने नोट चलेंगे.
6. रेलवे, पेट्रोल पंप, अस्पतालों में 500 और 1000 के पुराने नोटों के इस्तेमाल की तारीख 24 नवंबर तक बढ़ी.
7. बैंकों 4500 के पुराने नोट बदले सकते हैं और हफ्ते में 24000 तक की निकासी हो सकती है.
8. जन-धन खातों में पैसे जमा करने की सीमा 50000 कई गई और इन खातों में जमा किए गए धन पर भी सरकारी एजेंसियों की नजर है.
9. रिजर्व बैंक ने जिला सहकारी बैंकों में नोट बदलने पर फिलहाल रोक लगाई.