नई दिल्ली. बीते 8 नवंबर को मोदी सरकार ने 500-1000 के बंद करने का फैसला किया था. तब से पूरे देश में अफरा-तफरी का माहौल है. बैंकों और पोस्ट ऑफिसों के आगे लोगों की लंबी कतारें लगी हैं.
आम आदमी हलकान है. ना एटीएम से पैसे मिल रहे ना बैंक की लंबी लाइनों से छुटकारा मिल रहा है.
वैसे हम आपको बता दें कि करेंसी बैन करने का ये फैसला देश में पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले साल 1978 में मोरारजी देसाई की सरकार ने बड़े नोटों पर बैन लगाया था.
उस दौरान 1,000, 5,000 और 10,000 रुपए के नोट बैन की घोषणा की गई थी. इसके बाद ये सारे नोट रद्दी हो गए थे. तब भी बैंकों के बाहर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिली थी. तब भी बैंकों के बाहर लंबी लाइनें देखने को मिली थी. देखिए फोटो-