नई दिल्ली. आज बाल दिवस यानि Children’s Day है और यह हर बच्चे के लिए खास होता है. देश के पहले प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को ही बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है. क्योंकि वो प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ बच्चों से भी बेहद त्यार करते थे. इसलिए उन्होंने अपना जन्मदिन बच्चों के ही नाम कर दिया.
जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से इतना प्यार था कि बच्चे उन्हें चाचा नेहरू पुकारते थे. इतना ही नहीं उन्होंने 1949 में लिखे अपने पत्र में कहा था कि कुछ महीने पहले जापान के बच्चों ने मुझे पत्र लिखकर मुझसे अपने लिए हाथी भेजने को कहा था. इसके बाद उन्होंने आगे लिखा कि मैंने भारत के बच्चों की तरफ से उनके लिए एक नन्हा-सा हाथी भेजा है. यह हाथी दोनों देशों के बच्चों के बीच सेतु का काम करेगा.’
बाल दिवस बच्चों के लिए बेहद खास होता है. इस दिन देशभर के स्कूलों में बच्चों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं. इसके अलावा कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं. जिसमें बच्चे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं और बच्चे स्कूलों में सज-धज कर जाते हैं.
ऐसे बनाए बच्चों के लिए खास
लेकिन देशभर में कई ऐसे बच्चे भी हैं, जिन्हें चिल्ड्रन्स डे का मतलब तक नहीं पता है, और ना ही उनके परिवार की स्थिति ऐसी होती है कि वो स्कूल जा सकें या किसी कार्यक्रम में हिस्सा ले सकें. इसलिए जरूरी नहीं कि आप केवल अपने बच्चों के साथ ही ये खुशियां मनाएं, आप उन बच्चों की सहायता भी कर सकते हैं जो गरीब हैं, जिन्हें एक वक्त की रोटी भी काफी मुश्किल से नसीब हो पाती हैं. इसके अलावा जिन बच्चो को बाल दिवस का मतलब नहीं पता हैं ऐसे बच्चों की मदद करके और उनकी मुश्किलों के समाधान ढूंढ करके उनके लिए भी यह दिन खास बना सकते हैं.