नई दिल्ली. नोटबंदी के बाद नोट बदलने के लिए बैंकों में लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. इस दौरान सबसे ज्यादा दिक्कतें दिव्यांगों और बुजूर्गों को हो रही हैं. इन परेशानियों को देखते हुए बुजूर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग से लाइन लगाने का फैसला लिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की देर रात उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें नोटबंदी की समीक्षा की गई और इसी दौरान दिव्यांगों-बुजूर्गों के लिए अलग से लाइन लगवाने का फैसला लिया गया. साथ ही गावों में लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए मोबाइल बैंकिंग वैन की भी व्यवस्था की जाएगी.
इस बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, बिजली, कोयला और खान मंत्री पीयूष गोयल, आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास और टॉप ऑफिशल मौजूद थे.
बैठक में हुए ये फैसले
1. बैंकों को कम से कम 50 हजार रुपये तक कैश लिमिट बढ़ाने की सलाह दी गई.
2. इस बीच अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में और भी अधिक संख्या में माइक्रो एटीएम लगाए जाएंगे.
3. कुछ जगहों पर 500 और 1000 के पुराने नोट स्वीकार करने की अवधि 14 नवंबर से 24 नवंबर की मध्यरात्रि तक बढ़ा दी गई है.
4. बैंकों में सीनियर सिटिजन्स और दिव्यांगों के लिए अलग से लाइन लगाए जाएगी.
5. उन लोगों की अलग लाइन लगेगी जो पुराने नोटों को बदलने के लिए बैंक पहुंचे हैं.