नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा है कि पीएम मोदी को अहंकार छोड़कर नोटबंदी के फैसले को वापस ले लेना चाहिए. सीएम केजरीवाल ने यह बात आज गोवा में पीएम मोदी के भाषण के बाद दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कही है.
केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी के 500 और 1000 के नोट बैन करने के फैसले के कारण आम जनता को बहुत दिक्कत हो रही है, इसलिए यह फैसला वापस ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मोदी जी अहंकार छोड़िए और नोटबंदी के फैसले को वापस ले लीजिए.’
‘ATM के सामने लाइन में लगे रहने वालों की बेइज्जती की’
केजरीवाल ने कहा कि आज गोवा में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, उसे सुनकर दुख हुआ है. केजरीवाल ने कहा, ‘मोदी जी ने एटीएम के सामने बाहर कतार में लगे लोगों को घोटाला करने वाला बताया, जिसे सुनकर बहुत दुख हुआ. मोदी जी को ऐसा कहने पर देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए.’
‘ब्लैक मनी के खिलाफ कार्रवाई करना नाटक’
दिल्ली के सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने ब्लैक मनी के खिलाफ कार्रवाई करने का सिर्फ नाटक किया है और नाटक से जनता का पेट नहीं भरता है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से जनता को काफी परेशानी हो रही है, इस फैसले को वापस लेने के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं है. केजरीवाल ने कहा कि सरकार को पहले पुख्ता इंतजाम करने चाहिए फिर चाहे उसके बाद इस फैसले को वापस से लागू कर दे.
केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने कहा है कि सिर्फ 50 दिन की परेशानी है फिर सब ठीक हो जाएगा, लेकिन इतने दिनों में सारी व्यवस्था ही बिगड़ जाएगी.
‘स्विस बैंक में खाता रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं’
केजरीवाल ने कहा है कि स्विस बैंक में जिन लोगों के खाते हैं, मोदी जी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और आम जनता को परेशान किया है. केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने चुनाव से पहले रॉबर्ट वाड्रा को जेल भेजने की बात कही थी, लेकिन बाद में उनसे दोस्ती कर ली.
‘चुनाव से पहले ये बात बोलते तो एक भी वोट नहीं मिलता’
केजरीवाल ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव से पहले नोटबंदी की बात करते तो उन्हें एक भी वोट नहीं मिलता.
बता दें कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद से ही 500 और 1000 के नोट पर बैन लगा दिया गया है, केवल कुछ जरूरी कामों के लिए ही इन नोटों के इस्तेमाल की छूट दी गई है. पीएम मोदी के ऐलान के बाद से ही लोग 500 और 1000 के नोट बदलवाने और जमा करवाने के लिए बैंकों के सामने लंबी-लंबी लाइनों में खड़े होने पर मजबूर हैं.
पीएम मोदी के इस फैसले का अरविंद केजरीवाल खासा विरोध कर रहे हैं. इससे पहले भी केजरीवाल ने मोदी के फैसले के विरोध में पीएम मोदी से तीन सवाल ट्वीट कर पूछे थे.