नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन की जापान यात्रा के बाद आज दिल्ली लौट गए हैं. कहा जा रहा है कि पीएम मोदी की जापान यात्रा काफी सफल रही है.
मोदी की यह यात्रा इसलिए सफल कही जा रही है क्योंकि इस दौरे में भारत और जापान ने असैन्य परमाणु ऊर्जा को लेकर एक ऐतिहासिक करार पर मुहर लगाई है. इस करार से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सुरक्षा और आर्थिक संबंधों में गति लाने और अमेरिका स्थित कंपनियों को भी भारत में परमाणु संयंत्र लगाने में सहायता मिलेगी. इस परमाणु करार के साथ भारत की NSG के लिए सदस्यस्ता को भी बल मिला है.
बता दें कि जापान पहला ऐसा देश है जिसने पहली बार किसी ऐसे देश के साथ परमाणु डील की है जिसने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर साइन नहीं किया है. भारत ने अभी तक एनपीटी पर साइन नहीं किए हैं.
अपने जापान दौरे के तीसरे और आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी ने बुलेट ट्रेन का सफर किया. इस सफर में उनके साथ जापानी PM शिंजे अबे भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि भारत में अहमदाबाद से मुम्बई के बीच बुलेट ट्रैन का निर्माण होना है, जिसमे प्रयोग होने वाली तकनीक जापान से ही आयातित है.
अपने जापान दौरे के आखिरी दिन प्रधानमंत्री मोदी कोबे में कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज फैसिलिटी के प्लांट का दौर किया. इस प्लांट में तेज गति से चलने वाली ट्रेन के पहिये तैयार किये जाते है.