नई दिल्ली. 500 और 1000 के पुराने नोट बंद होने से गुरुवार को भी बैंक और एटीएम मशीन के बाहर अफरा-तफरी का माहौल रहा. लोग सुबह से ही बैंक और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगाकर खड़े हो गए. इन सब की वजह है बैंक की आधी-अधूरी तैयारियां, इससे लोगों को दो-चार होना पड़ा.
लोगों को एटीएम से शुक्रवार को भी 500 और 2000 के नए नोट नहीं पाएंगे, इससे लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. आम आदमी के साथ-साथ विपक्ष भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले पर सवाल खड़े कर रहा है. हमारे पास कुछ मुद्दे ऐसे मुद्दे हैं इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार से चूक हुई है.
केंद्र सरकर से हुईं ये 10 गलतियां –
- एटीएम मशीनों में शुक्रवार को भी पैसे क्यों नहीं पहुंचे ?
- नोट बैन से पहले शादी का मौसम का ख्याल क्यों नहीं रखा गया ?
- अगर रिजर्व बैंक में नोट छपे हैं तो बैंक में अब तक क्यों नहीं आए ?
- आधी-अधूरी तैयारियों के साथ 500 और 1000 के नोट पर बैन क्यों ?
- जिन लोगों के पास खाते नहीं हैं उनके पैसों का क्या होगा ?
- सिर्फ 2000 के नोट की निकासी से कैसे आम जनता का काम कैसै चलेगा ?
- 1000 का बंद करने से और 2000 के नोट लाने से आखिर भ्रष्टाचार कम कैसे होगा ?
- ग्राहकों को पैसे देने में बैंक में आधी अधूकी तैयारी क्यों ?
- आखिर विदेशों में नोट बदलने पर रोक क्यों?
- एटीएम मशीनों से से आखिर दो हजार का नोट क्यों नहीं निकल पा रहा ?
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के ऐलान के बाद से 500 और 1000 के नोट बंद हो गए हैं. नोट बदलने और जमा करने के लिए बैंक 10 नवंबर से खोले गए हैं. 10 नवंबर से 30 दिसंबर तक कुल 50 दिनों का समय दिया गया है नोट बदलवाने के लिए. उसके बाद भी अगर कोई पुराना नोट जमा करता है तो उसे पहचान पत्र दिखाना होगा.