लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 500 और 1000 के नोट बैन होने के मुद्दे पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र लिखते हुए यह मांग की है कि 30 नवंबर तक सभी निजी अस्पतालों, मेडिकल स्टोर और नर्सिंग होम में 500 और 1000 के पुराने नोटों को स्वीकार्य किया जाए.
इसमें उन्होंने कहा है कि अब भी बहुत बड़ी जनसंख्या निजी अस्तपतालों पर निर्भर है, इस फैसले के कारण लोगों को काफी खासी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई मरीजों के लिए यह स्थिति जानलेवा भी हो रही है.
इससे पहले गुरुवार को सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिलाओं को पांच लाख रूपए तक की छूट मिलनी चाहिए और मायावती ने भी इस फैसले को आर्थिक आपातकाल बताया था.
मुख्यमंत्री ने चिट्ठी में लिखा है कि आपसे अनुरोध है कि आप तत्काल हस्तक्षेप करके निजी चिकित्सीय सेवाओं हेतु, 500 व 1000 रुपए के नोटों की ग्राहयता 30 नवम्बर, 2016 तक बढ़ाए जाने का अनुरोध किया. भारत सरकार द्वारा तात्कालिक प्रभाव से 500 और 1000 रुपए के नोटों को कतिपय प्रतिबंधों के साथ अवैध घोषित कर दिया गया है.