नई दिल्ली. 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन के खिलाफ बड़ी जंग का ऐलान किया और 500 और 1000 रुपए के नोटों पर बैन लगा दिया. जिसके बाद चारों ओर पीएम मोदी की तारीफ हो रही है. लेकिन इस बड़ी खबर ने पीएम मोदी की खुद की मोदी पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दिया है. पीएम मोदी की इस घोषणा के अगले ही दिन उनके ट्विटर एकाउंट पर करीब तीन लाख लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया है.
आलम ये है कि पीएम मोदी की आलोचना करने वालों की संख्या बढ़ गई है. ट्विटर पर इस नाराज़गी को आसानी से समझा जा सकता है. मोदी के फॉलोअर इस फैसले से अचानक से कम हो गए हैं और राहुल केजरीवाल के बढ़ गए. आठ नवंबर की रात की गई घोषणा के अगले दिन यानी नौ नवंबर को नरेंद्र मोदी के ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या में तीन लाख से भी ज्यादा की कमी आ गई. माइक्रोब्लॉगिंग एनिलीटिकल वेबसाइट ट्विटर काउंटर नामक वेबसाइट के अनुसार इस दिन (9 नवंबर को) आश्चर्यजनक रूप से नरेंद्र मोदी के 3 लाख 13 हजार ट्विटर फॉलोअर्स ने उन्हें अनफॉलो कर दिया.
बताया जा रहा है कि नवंबर में भी औसतन रोजाना मोदी के ट्विटर फॉलोअर्स की संख्या में 25 हजार का इजाफा हो रहा था. लेकिन 1000-500 के करेंसी नोटों को बंद करने की घोषणा के बाद से पीएम मोदी के फॉलोअर्स की संख्या में अप्रत्याशित कमी आई है.