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आतंकवाद की फंडिंग में हो रहा था काले धन का दुरुपयोग: RBI

आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल ने कहा कि आतंकवाद की फंडिग रोकने के लिए काला धन का उपयोग हो रहा था. देश में बढ़ते जाली नोटों के इस्तेमाल के चलते यह फैसला लिया गया है. इसके लिए हम मोदी सरकार के लिए को धन्यवाद देते हैं.

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  • November 8, 2016 3:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल ने कहा कि आतंकवाद की फंडिग रोकने के लिए काला धन का उपयोग हो रहा था. देश में बढ़ते जाली नोटों के इस्तेमाल के चलते यह फैसला लिया गया है. इसके लिए हम मोदी सरकार के लिए को धन्यवाद देते हैं.
 
 
उन्होंने कहा कि आतंकवाद की फंडिंग में काले धन का दुरुपयोग हो रहा था. हमने नोटों का उत्पादन बढ़ा दिया है और जल्द से जल्द नए नोट उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं. RBI ने 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, मुंबई का हेल्पलाइन नं- 022-22622201.
 
 
उर्जित पटेल ने कहा कि सुरक्षा में किसी प्रकार की सेंध नहीं लगाई गई है, लेकिन जनता के लिए जाली नोट और असली नोट में फर्क समझना कठिन है. आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि जाली नोट और काले धन से देश में महंगाई बढ़ती है. 500 रुपये और 2000 रुपये के नए नोटों को महात्मा गांधी न्यू सीरीज ऑफ बैंक नोट्स के नाम से जाना जाएगा.
 
 
दास ने कहा कि 500 और 2000 रुपये के नए नोट 10 नवंबर को सरकार आधिकारिक रुप से जारी करेगी. धीरे-धीरे सभी मूल्यवर्गों के नए नोट प्रिंट होंगे. देश की अर्थव्यवस्था के लिए यह फैसला जरूरी था. यह वित्तिय और आर्थिक अखंडता बनाए रखने में सहायक होगा.
 
 
दास ने कहा कि अगर आज रात के बाद कोई 500 और 1000 रुपए नोट ले रहा है तो वह अपनी रिस्क पर ले रहा है. उच्च सुरक्षा मानकों के साथ 500 और 2,000 रपये के नये नोट 10 नवंबर से चलन में आ जायेंगे. स्थिति पर निगरानी के लिये रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय में नियंत्रण कक्ष बनाये जायेंगे.
 
 
उन्होंने कहा कि साल 2011 से 2016 के बीच 500 रपये के नोटों का चलन 76 प्रतिशत और 1,000 रपये के नोटों का चलन 109 प्रतिशत बढ़ा जबकि इस दौरान चलन में सभी नोटों की कुल वृद्धि 40 प्रतिशत रही.

 

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