नई दिल्ली. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी प्रतिनिधिमंडल से मिलने से पहले एक बडी मीटिंग की. इस मीटिंग में गृहमंत्री के अलावा वित्त मंत्री अरूण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजीत डोवल, गृहसचिव राजीव महर्षि ने भाग लिया. इस हाई लेवल मीटिंग चीनी प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करने के लिए मुद्दों पर भी बात की कई गई.
चीनी प्रतिनिधिमंडल की अध्यक्षता पोलित ब्यूरों के मेंबर और आतंरिक सुरक्षा मामलों के इंर्चार्ज मेंग झिझांजू करेंगे. इस बैठक में चीनी प्रतिनिमंडल के साथ आंतरिक सुरक्षा के मामलों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार आतंकवाद के मुद्दों पर बातचीत में मसूद अजहर का मुद्दा भी उठा सकती है. इसके साथ चीनी सैनिकों केएलएसी का बार-बार उल्लंघन को भी मुद्दा उठाया जाएगा.
इस बैठक में पीओके में चीनी सैनिकों की उपस्थिति, इस इलाके में चल रहे बढ़े निर्माण कार्यों पर भी भारत अपनी आपत्ति दर्ज कर सकता है. बता दें कि ऐसी रिपोर्ट्स आईं थी कि चीनी सैना ने एक नहर के निर्माण को रोकने के लिए नियंत्रण रेखा को पार किया था. दोनों देशों की सेनाओं के बीच इस मुद्दे पर तनातनी की भी खबरें आई थीं.
बता दें कि चीनी प्रतिनिधिमंडल की पहली डिनर मीटिंग गृहमंत्री राजनाथ सिंह से शाम साढ़े सात बजे होगी. उसके बाद बुधवार को सुबह नार्थ ब्लॉक में मंत्रालय के उच्चाधिकारियों से होगी. सूत्रों के मुताबिक ये प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात का कार्यक्रम हो सकता है. पीएम मोदी के बाद एनएसए से मुलाकात के होगी.