नई दिल्ली. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी 2016 के अंत तक पार्टी अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं. ऐेसे संकेत मिले हैं सोमवार को दिल्ली में संपन्न कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक से. बैठक के बाद ये बात निकल कर सामने आई कि वहां मौजूद अधिकतर नेताओं का मनना था कि सोनिया गांधी के खराब होते स्वास्थ्य को देखते हुए अब राहुल गांधी को उनकी जिम्मेदारी सौंप देनी चाहिए.
बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने इस बारे में प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि राहुल गांधी 133 साल की अनुभवी कांग्रेस की कमान संभालें. एंटनी की इस बात का समर्थन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वर्किंग कमिटी के अन्य सदस्यों ने एक स्वर में किया. अंबिका सोनी, सीपी जोशी और करण सिंह ने अध्यादेश पारित कर राहुल को फौरन पार्टी अध्यक्ष बनाने की वकालत की.
इस प्रस्ताव को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि भारत की अवधारणा के लिए संघर्ष में जो जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, मैं स्वीकार करने को तैयार हूं. कांग्रेस के मीडिया सेल के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के नेता जल्द ही इस प्रस्ताव के बारे में पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे और जब वे फैसला ले लेंगी तब मुहर लगाने के लिए एक बार फिर कार्यसमिति की बैठक बुलाई जाएगी.
बता दें कि संसद सत्र से पहले अहम मसलों पर चर्चा के लिए बुलाई गई कांग्रेस कार्यसमिति की चार घंटे चली बैठक की अध्यक्षता सोनिया की गैरमौजूदगी में बतौर उपाध्यक्ष राहुल ने ही की. बैठक के बाद कार्यसमिति के सबसे वरिष्ठ सदस्य और दस जनपथ के विश्र्वासपात्र एके एंटनी ने एलान किया कि कार्यसमिति ने सोनिया गांधी से राहुल को कांग्रेस की अध्यक्षता सौंपने की सिफारिश करने का फैसला किया है.