नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए उपराज्यपाल नजीब जंग ने पटाखे फोड़ने पर रोक लगा दी है. जंग ने दिल्ली में पटाखों के इस्तेमाल में रोक लगा दी है, अब केवल धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान ही पटाखे फोड़े जाएंगे. नजीब जंग ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के मुद्दे पर आज उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी, जिसमें उन्होंने ऐसे कई बड़े फैसले लिए जो प्रदूषण को रोकने के लिए जरूरी थे.
जंग ने विभिन्न एजेंसियों को आदेश दिया है कि प्रदूषण को रोकने के लिए किए गए फैसले तत्काल प्रभाव में ला दिए जाएं. पटाखों के अलावा दिल्ली में 7 नवंबर से 14 नवंबर तक यानी अगले एक हफ्ते तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी गई है. इसमें दिल्ली मेट्रो निर्माण भी शामिल है. मेट्रो निर्माण कार्य भी एक हफ्ते तक के लिए रोक दिया गया है. दिल्ली पुलिस और म्युनिसिपिल कॉर्पोरेशन (एमसीडी) को नए फैसलों को लागू करने का कड़ा निर्देश दिया गया है.
15 साल पुराने डीजल वाहनों का रजिस्ट्रेशन होगा रद्द
जंग ने 15 साल पुराने डीजल वाहनों के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने का आदेश दिया है. इन वाहनों के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने का काम सोमवार को ही शुरू हो जाएगा. ऐसा करने से दिल्ली में करीब 2 लाख वाहनों पर रोक लग जाएगी. इसके साथ ही एमसीडी को भलस्वा में लगी आग पर काबू पाने के लिए जरूरी कदम उठाने के आदेश दिए गए हैं.
ओवरलोडेड ट्रक्स रोके जाएंगे
ओवरलोडेड ट्रक्स के साथ-साथ ऐसे ट्रक्स जिन्हें दिल्ली में तो कहीं नहीं जाना है लेकिन वे दिल्ली से होकर गुजरते हैं, उन पर भी रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा एनसीटी में चल रही प्रदूषण फैलाने वाली इंडस्ट्रीज को तुरंत बंद करने का आदेश दिया गया है.
NGT ने भी लगाई फटकार
बता दें कि दिल्ली में दिवाली के बाद से ही प्रदूषण काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से पूरी दिल्ली में धुंध छाया हुआ है. इसके अलावा दिल्ली में फैली धुंध पर नियंत्रण के लिए देर से कदम उठाने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है. एनजीटी ने सरकार से पूछा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए इतनी देर से कदम क्यों उठाए. सिर्फ कागजी कार्रवाई में प्रदूषण कम नहीं हो सकता.
दिल्ली में दिवाली के बाद से चारों तरफ धुंध पसरी हुई है. बाहरी राज्यों में पराली जलाए जाने से भी शहर की हवा में धुंआ बढ़ गया है. लोगों की बढ़ती परेशानी के बाद सरकार ने तीन दिनों तक स्कूल बंद करने, पांच दिनों तक निर्माण कार्य पर रोक और 10 दिनों तक जनरेटर बंद करने की फैसला लिया है.