नई दिल्ली. दिल्ली में गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के चार पूर्व प्रोफेसरों ने भी हिस्सा लिया. आरएसएस के संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के बैनर तले आयोजित इस मुस्लिम इंटेलेक्चुअल फोरम में राम मंदिर का मुद्दा भी उठा.
बैठक में मुस्लिमों की समस्याओं पर चर्चा भी की गई. वहीं, संघ के नेताओं ने संजीदा मुसलमानों से राम मंदिर निर्माण में आगे आने का आग्रह भी किया. इसमें बुद्धिजीवी वर्ग के 110 मुस्लिमों ने हिस्सा लिया. एएमयू से इसमें पूर्व कुलपति डॉ. महमूद उर रहमान, लॉ डिपार्टमेंट के पूर्व डीन प्रो. एम शब्बीर, मुफ्ती जाहिद, पूर्व रजिस्ट्रार शाहरुख शमशाद भी इसमें शामिल हुए.
तीन तलाक का मुद्दा भी उठा
इस बैठक में हुई चर्चा का सार संघ नेता इंद्रेश कुमार ने अपने फेसबुक पर भी साझा किया. वहीं, एएमयू के पर्वू डीन प्रो. शब्बीर ने बताया कि इंद्रेश ने यह स्पष्ट कर दिया था कि देश में भाईचारा, शांति और विकास का मुद्दा लेकर यह बैठक की जा रही है. यहां पर समान नागरिक संहिता व तीन तलाक पर चर्चा नहीं की जाएगी. संघ इनको मुसलमानों पर नहीं थोपना चाहता.
इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा कि उन्हें मालूम है कि मुस्लिमों की संघ में आस्था नहीं है पर यहां हर बात खुलकर रख सकते हैं. फोरम के मिनट्स केंद्र को भेजे जाएंगे. वहीं प्रो. शब्बीर ने बताया कि फोरम में मुस्लिमों की समस्याओं पर भी चर्चा की गई. उन्होंने तीन तलाक की परंपरा को भी गलत ठहराया.