नई दिल्ली. दिल्ली में दीपावली के बाद खराब हुई एयर क्वालिटी पर मामला काफी गर्माता जा रहा है. इस मुद्दे पर दिल्ली के पर्यावरण भवन में पर्यावरण सचिव अजय नारायण झा ने 5 राज्यों के सचिवों के साथ बैठक की. बैठक में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के सचिव शामिल थे.
बैठक में पर्यावरण सचिव ने एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर गहरी चिंता व्यक्त की. साथ बैठक के बाद पर्यावरण सचिव अजय नारायण झा ने बताया कि बैठक के दौरान फसल जलाने से, वाहनों से फैले प्रदूषण के अलावा इससे निपटने के उपायों पर विचार किया गया. झा ने बताया कि प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एनसीआर में बने 17 उद्योगों का दौरा करेगा और वहां से पैदा प्रदूषण का आंकलन करेगा.
वहीं इस मामले में एनजीटी ने भी वायू प्रदूषण पर कड़ा रुख अपनाते हुए चार राज्यों के पर्यायवरण सचिवों को तलब किया है. एनजीटी ने दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के सचिवों को बुलाया है. साथ ही आठ नवंबर तक पर्यायवरण सचिवों से फसल जलाने और प्रदूषण को रोकने की रिपोर्ट NGT में जमा करने का आदेश सुनाया है.
मामले के सुनवाई के दौरान एनजीटी ने दिल्ली सरकार से कहा कि केवल दूसरे राज्यों में फसल जलाने से दिल्ली में प्रदूषण नहीं है. दिल्ली सरकार से NGT ने पूछा कि कूड़ा जलाने, दस साल पुरानी गाड़ियों को बैन करने और कंस्ट्रक्शन के काम से प्रदूषण न हो इसके लिए क्या किया?
इससे पहले एनजीटी ने सख्त रुख अपनाते हुए दिल्ली सरकार को तुरंत मीटिंग बुलाने का निर्देश दिया है. एनजीटी ने दिल्ली सरकार को कल यानि शुक्रवार तक स्टेटस रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. दिन-प्रतिदिन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. नौबत यहां तक आ पहुंची है कि बच्चों के स्वास्थ्य पर इसके असर को देखते हुए अब स्कूल बंद करवाने पड़ रहे हैं.